अफगानिस्तान में एक बार फिर भूकंप आया है। शुक्रवार देर रात महसूस किए गए इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.1 बताई जा रही है। संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि बार-बार आने वाले भूकंप पहले से संकट झेल रहे समुदायों के लिए मुश्किलें और बढ़ा रहे हैं। हिंदूकुश क्षेत्र में स्थित होने के कारण अफगानिस्तान भूकंपीय दृष्टि से अत्यधिक संवेदनशील है। नवंबर 2025 में आए 6.3 तीव्रता वाले भूकंप में भारी नुकसान हुआ था, जिसमें कई लोग मारे गए और बड़ी संख्या में संपत्ति तबाह हुई।
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के मुताबिक, 19 दिसंबर 2025 को रात 12:14 बजे (IST) आए इस भूकंप की गहराई 10 किलोमीटर थी। भूकंप का केंद्र 36.76° उत्तर और 72.08° पूर्व में था। भूकंप के तेज झटकों और आफ्टरशॉक्स की आशंका बनी हुई है।
विशेषज्ञों का कहना है कि उथले भूकंप अधिक खतरनाक माने जाते हैं, क्योंकि उनकी तरंगें सतह तक कम दूरी तय करती हैं और इससे नुकसान की संभावना बढ़ जाती है। अफगानिस्तान में इससे पहले 15 दिसंबर को भी तीव्रता 4.0 का भूकंप आया था।